IND vs PAK : 15 महीने बाद विराट कोहली के बल्ले से निकला शतक, बनाया रिकॉर्ड्स की झड़ी

IND vs PAK : 15 महीने बाद विराट कोहली के बल्ले से निकला शतक, बनाया रिकॉर्ड्स की झड़ी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के रोमांचक मुकाबले में शानदार शतक जड़कर अपने प्रशंसकों को एक यादगार पल दिया। यह शतक न केवल उनके लिए बल्कि पूरी भारतीय टीम और उनके चाहने वालों के लिए खास था, क्योंकि कोहली ने लगभग 15 महीने बाद वनडे फॉर्मेट में तीन अंकों का आंकड़ा छुआ। लंबे समय से उनके फॉर्म को लेकर चर्चाएं हो रही थीं, लेकिन इस पारी ने उनके आलोचकों को करारा जवाब दिया। मैदान पर कोहली की बल्लेबाजी का वही पुराना आत्मविश्वास और दमखम नजर आया, जो उन्हें दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में शामिल करता है। पाकिस्तान जैसी मजबूत टीम के खिलाफ दबाव में खेली गई इस पारी ने साबित कर दिया कि बड़े मैचों में कोहली का कद और भी बढ़ जाता है। उनकी इस शानदार पारी से भारत को एक मजबूत स्कोर बनाने में मदद मिली और एक बार फिर उन्होंने दिखा दिया कि मुश्किल परिस्थितियों में वह टीम के लिए कितने अहम खिलाड़ी हैं।

विराट कोहली

भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने एक बार फिर अपने शानदार खेल से सभी को प्रभावित किया। दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के पांचवें मुकाबले में उन्होंने शानदार शतक जड़ा। कोहली ने 111 गेंदों में शतक पूरा किया और अपनी इस बेहतरीन पारी के दौरान सात चौके लगाए। यह पारी न केवल उनकी क्लास को दर्शाती है, बल्कि उनके अनुभव और धैर्य का भी प्रमाण है।

पूर्व कप्तान विराट कोहली के लिए यह वनडे करियर का 51वां शतक था, जो उन्हें एक और खास मुकाम पर ले गया। खास बात यह रही कि उन्होंने करीब 15 महीने के लंबे इंतजार के बाद वनडे फॉर्मेट में शतक लगाया। इससे पहले, उन्होंने 2023 वनडे विश्व कप के दौरान न्यूजीलैंड के खिलाफ 117 रनों की शानदार पारी खेली थी। उनके बल्ले से यह शतक उनके फैंस के लिए भी एक बड़ी खुशी लेकर आया, क्योंकि पिछले कुछ समय से उनका बड़ा स्कोर नहीं बन पा रहा था। हालांकि, जब बड़े मुकाबलों की बात आती है, तो कोहली हमेशा खुद को साबित करते हैं और इस बार भी उन्होंने दबाव में आकर अपनी क्लास दिखाई। उनकी इस पारी ने न सिर्फ भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि क्यों उन्हें आधुनिक क्रिकेट का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है।

रोहित शर्मा के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे विराट कोहली ने भारतीय पारी को संभालने का जिम्मा उठाया और शुबमन गिल के साथ मिलकर टीम को स्थिरता दी। दोनों बल्लेबाजों ने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन बनाए रखते हुए दूसरे विकेट के लिए 75 गेंदों में 69 रनों की अहम साझेदारी की। इसके बाद कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ एक और मजबूत साझेदारी निभाई। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 128 गेंदों में 114 रन जोड़े, जिससे भारतीय पारी को मजबूती मिली।

श्रेयस अय्यर ने 67 गेंदों पर 56 रनों की उपयोगी पारी खेली, लेकिन वह बड़ी पारी खेलने से चूक गए और आउट हो गए। इसके बाद विराट कोहली ने अपनी पारी को और आगे बढ़ाया और आखिर में भारत को जीत दिलाने का काम भी किया। जब भारत को जीत के लिए सिर्फ 2 रन चाहिए थे, तब कोहली ने खुशदिल शाह की गेंद पर शानदार चौका लगाकर न सिर्फ टीम को जीत दिलाई बल्कि अपनी शतकीय पारी भी पूरी की। यह शतक उनके लिए बेहद खास था क्योंकि उन्होंने लंबे समय के बाद वनडे फॉर्मेट में यह मुकाम हासिल किया। उनकी इस पारी ने दिखा दिया कि वह अब भी बड़े मुकाबलों के खिलाड़ी हैं और मुश्किल परिस्थितियों में टीम के लिए सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बने हुए हैं।

सबसे तेज 14000 रन

विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में 14,000 रन पूरे करने का वह मुकाम हासिल कर लिया है, जिससे वह इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने मात्र 287 पारियों में यह ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम किया, जो उनकी शानदार फॉर्म और निरंतरता को दर्शाता है। इस उपलब्धि के साथ, कोहली ने भारत के दिग्गज सचिन तेंदुलकर द्वारा 350 पारियों में बनाया गया रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिया, जो उनके करियर की ऊंचाइयों का एक महत्वपूर्ण संकेत है। साथ ही, श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगक्कारा ने 378 पारियों में 14,000 रन पूरे किए थे, जिससे कोहली की यह उपलब्धि और भी रोचक हो जाती है। इस तरह, विराट कोहली का यह मुकाम उनकी बल्लेबाजी में निपुणता, लगन और निरंतर सुधार का प्रतीक बन गया है, जिसने उन्हें आधुनिक क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में शामिल कर दिया है।

सबसे ज्यादा कैच लेने वाले फील्डर

विराट कोहली ने वनडे क्रिकेट में एक और खास उपलब्धि अपने नाम कर ली है। वह बतौर फील्डर सबसे ज्यादा कैच लेने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। कोहली की गिनती हमेशा से बेहतरीन बल्लेबाजों में होती रही है, लेकिन उन्होंने अपनी शानदार फील्डिंग से भी कई मौकों पर टीम इंडिया को मजबूत किया है। उनकी चुस्ती और तेज़ रिफ्लेक्स ने उन्हें वनडे क्रिकेट में भारत का सबसे भरोसेमंद फील्डर बना दिया है।

अब तक कोहली ने 299 वनडे मैचों में कुल 158 कैच लपके हैं, जिससे वह ओवरऑल सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। यह उपलब्धि दिखाती है कि वह न सिर्फ बल्ले से बल्कि मैदान पर अपनी फील्डिंग से भी टीम के लिए कितना योगदान देते हैं। उनकी फुर्ती, बेहतरीन एथलेटिक क्षमता और बेजोड़ पकड़ उन्हें दुनिया के सबसे अच्छे फील्डरों में शामिल करती है।

भारतीय क्रिकेट में जहां बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, वहीं कोहली जैसे खिलाड़ी यह साबित करते हैं कि एक बेहतरीन फील्डर भी मैच का रुख बदल सकता है। चाहे स्लिप में कैच पकड़ना हो, आउटफील्ड में डाइव लगाकर गेंद रोकनी हो या फिर तेज़ थ्रो से बल्लेबाज को रन आउट करना हो, कोहली हर भूमिका में कमाल दिखाते हैं। उनकी इस उपलब्धि से यह भी साफ हो जाता है कि वह सिर्फ एक शानदार बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक संपूर्ण क्रिकेटर हैं।

वनडे क्रिकेट में विराट कोहली ने अपने करियर का 51वां शतक जड़ा।

विराट कोहली ने रविवार को वनडे क्रिकेट में अपना 51वां शतक जड़कर एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली। यह शतक उनके लिए खास रहा, क्योंकि उन्होंने करीब 15 महीने के लंबे अंतराल के बाद वनडे फॉर्मेट में तीन अंकों का आंकड़ा छुआ। इससे पहले, उन्होंने आखिरी शतक 2023 वनडे विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ लगाया था, जहां उन्होंने दमदार प्रदर्शन किया था। लंबे समय से उनके बड़े स्कोर का इंतजार कर रहे फैंस के लिए यह एक खुशी का मौका था। कोहली ने इस पारी से यह साबित कर दिया कि वह अब भी वनडे क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। उनकी यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गर्व की बात है, क्योंकि उन्होंने अपने शानदार फॉर्म से एक बार फिर खुद को साबित किया है।

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