All taza news

मनमोहन सिंह स्मारक: बीजेपी पर सियासी दबाव के आरोप, खेड़ा के कड़े सवाल

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके स्मारक को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा ने कांग्रेस पर राजनीति का आरोप लगाया है, तो कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी सस्ती राजनीति में लगे हैं। उनका दावा है कि भाजपा ने कांग्रेस के दबाव में स्मारक की अधिसूचना जारी की है।

विवरण

देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं, लेकिन उनके स्मारक को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बहस जारी है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी पर सस्ती राजनीति करने का आरोप लगाते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, “क्या किसी पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर होते देखा है

जिसका अंतिम संस्कार हुआ, लेकिन उसके परिवार की कोई परवाह नहीं।

खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शक्ति स्थल से जमीन देने का प्रस्ताव रखा था, ताकि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसी जगह हो जहां बाद में उनका स्मारक बनाया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि अंतिम संस्कार के दौरान जिस व्यक्ति की विदाई हो रही थी, उसके परिवार की पूरी तरह अनदेखी की गई।

कांग्रेस के दबाव में भाजपा ने स्मारक बनाने की अधिसूचना जारी की

खेड़ा ने सवाल उठाया, “क्या हमेशा सिर्फ प्रधानमंत्री पर ही ध्यान देना जरूरी है?” उनका कहना था कि जेपी नड्डा और हरदीप सिंह पुरी सस्ती राजनीति कर रहे हैं। खेड़ा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के दबाव के बाद ही भाजपा ने स्मारक बनाने की अधिसूचना जारी की।

डॉ. मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व को देखें…

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को यह समझना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने देश को एक नई दिशा और उम्मीद दी। उन्होंने कहा, “जो लोग आज डॉ. मनमोहन सिंह की प्रशंसा कर रहे हैं और उनके योगदान को याद कर रहे हैं, उन्हें उनके व्यक्तित्व से भी सीखना चाहिए।”

नोटबंदी पर भाषण ने सरकार को झकझोर दिया

रमेश ने यह भी कहा, “नोटबंदी पर डॉ. मनमोहन सिंह के सिर्फ चार मिनट के भाषण ने सरकार को हिला दिया था। जब वे विपक्ष में थे, उन्होंने कम ही बोला, लेकिन जब भी बोले, हर किसी ने ध्यान दिया। जैसा लाल बहादुर शास्त्री के बारे में कहा जाता है कि उनका कोई दुश्मन नहीं था, वही बात डॉ. मनमोहन सिंह पर भी लागू होती है।”

विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि स्मारक के संबंध में सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। उन्होंने कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह विषय सम्मान का है, न कि विवाद का।

कांग्रेस पार्टी को खुद पर विचार करने की सलाह।

पुरी ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया गया। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया, 21 तोपों की सलामी दी गई, और सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस दौरान तिरंगा आधा झुका रहेगा और सिख संगत के सदस्य भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे, और हम उनकी यादों और मूल्यों को संजोकर रखेंगे।” पुरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग इस संवेदनशील समय में विवाद और झूठ फैला रहे हैं, उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए और आत्मचिंतन करना चाहिए।

Exit mobile version